यहाँ पर पिछले 72 घंटे से बर्फबारी के बावजूद केदारनाथ धाम के कपाट खुले: आज 8 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करेंगे, मंदिर परिसर 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।
उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार की सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर खुल गये। धाम के मुख्य पुजारी रावल भीमाशंकर लिंग शिवाचार्य महाराज के दवार मंदिर के कपाट खोले गये। केदारनाथ मंदिर परिसर को करीब 20 क्विंटल फूलों के साथ सजाया गया।अब अगले 6 महीने तक श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर सकेंगे।
यहाँ पर पिछले 72 घंटों से बर्फबारी हो रही है। खराब मौसम के कारण हजारों तीर्थयात्रियों को आगे बढ़ने से रोका गया। उसके बाद भी श्रद्धालु काफी संख्या में पहुंचे। मीडिया के अनुसार, आज धाम मे लगभग 8 हजार से भी ज्यादा लोग बाबा के भव्य दर्शन करेंगे।
मंगलवार की सुबह 5 बजे से ही मंदिर मे कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। धार्मिक परंपराओं के अनुसार बाबा केदार की पंचमुखी भोग मूर्ति डोली में रावल निवास से मंदिर परिसर में पहुंची। यहां सभी भक्तों ने बाबा के जयकारे लगाए। तापमान माइनस 6 डिग्री के बाद भी सुबह 4 बजे से मंदिर के बाहर दर्शन के लिए लंबी कतारें देखी गईं।
27 अप्रैल प्रात 7.10 पर गुरु पुष्य योग में श्रद्धालओं के लिए बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।
इसके साथ ही चारधाम यात्रा शनिवार को शुरू हो गयी है। आने वाले 5 दिन में हिन्दू तीर्थ बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के दर्शन करेंगे। गंगोत्री – यमुनोत्री के कपाट 22 अप्रैल को खुल गए थे। और बद्रीनाथ धाम मे 27 अप्रैल से दर्शन शुरू होंगे।

केदारनाथ में भारी बर्फबारी और मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का रजिस्ट्रेशन 30 अप्रैल तक रोकने के आदेश दिया है। मौसम विभाग के अनुसार केदारनाथ धाम के रास्ते और धाम में भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। केदारनाथ में अगले एक सप्ताह तक मौसम खराब रहने का अनुमान है।
हिमस्खलन की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी है। केदारनाथ धाम में लगातार रुक-रुककर बारिश और बर्फबारी हो रही है उत्तराखंड सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए सभी तीर्थयात्रियों से कहा है कि वे केदारनाथ धाम जाने से पहले गर्म कपड़े और जरूरी सामान साथ रखने को कहा है
सभी तीर्थयात्रियों के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
सरकार का कहना है कि धाम जाने वाले सभी मार्गों पर चिकित्सा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यात्री यात्रा के दौरान तबीयत बिगड़ने पर नजदीकी चिकित्सा केंद्र जा सकते हैं और डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं। उत्तराखंड सरकार यात्रा को सुचारू, सुरक्षित और निर्बाध बनाने के लिए निंरतर काम कर रही है।तीर्थयात्रा व्यवस्थाओं की नियमित रूप से उच्च स्तर से मॉनिटरिंग की जा रही है।


स्वास्थ्य सचिव डॉ. राजेश कुमार ने जानकारी देता हुए कहा है कि चारधाम यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। और यात्रा के लिए गाइडलाइंस जारी की गई है। जिसमे सभी यात्रियों को सलाह दी गई है कि यात्रा के दौरान अपने शरीर को पहाड़ों के मौसम के अनुकूल ढालें। यदि आपको चलने मे या कुछ समस्या हो रही है, तो कुछ समय के लिए आराम करें और उसके बाद ही यात्रा शुरू करें |
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चार धाम यात्रा भारत में सबसे लोकप्रिय हिंदू तीर्थस्थलों में से एक है। यह यात्रा चार पवित्र स्थलों की यात्रा है, जो हिमालय में बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में काफी ऊंचाई पर स्थित है।

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