मनाली, हिमालय के प्रमुख स्थानों में से एक है। यह एक पर्यटन स्थान है जिसे रोजाना लाखों लोग देखने के लिए यात्रा करते हैं | मनाली भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह ब्यास नदी के तट पर 2,050 मीटर (6,726 फीट) की ऊंचाई पर कुल्लू जिले में स्थित है। मनाली एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और अपनी ठंडी जलवायु, प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।
मनाली में बहुत सारी जगह देखने लायक है और उनमें से कुछ जगहों में मनाली मॉल रोड, हडिम्बा मंदिर, सोलांग घाटी, सजला झरना और अटल सुरंग शामिल हैं। मनाली लेह और लद्दाख के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों का प्रवेश द्वार भी है। इस ब्लॉग में, हम मनाली में घूमने के लिए कुछ बेहतरीन जगहों पर नज़र डालेंगे।
मनाली मॉल रोड

एक्स्प्लोर करने के लिए शुरूआत करें मनाली मॉल रोड से। यह भी एक केंद्रीय हिस्सा है जो मनाली शहर के सभी मुख्य बाजारों को आगे बढ़ाता है। यहाँ पर आप विभिन्न स्थानों से स्थानीय कलाकारों की सौंदर्यपूर्ण पेंटिंग, आभूषण, स्थानीय कपड़ों की अनेक प्रकार देख सकते हैं। साथ ही यहाँ पर आप लोकल खाने से ले कर नार्थ और साउथ इंडियन खाने का भी लुफ्त उठा सकते है। लोकल खाने में सबसे मशहूर आपको सिड्डू मिलेगा जिसे आप को एक बार जरूर अनुभव करना चाहिए। मनाली मॉल रोड पर आपको किसी भी समय अच्छी रौनक देखने को मिल जाती है और यहाँ पर आप अच्छा समय बिता सकते है।
शाम के समय सुन्दर लाइट्स से मॉल रोड जगमग करती नज़र आती है और यहाँ की चहल पहल से मन खुश होता है। मॉल रोड पहुंचने क लिए आप चौंक तक ऑटो कर सकते है क्युकी मॉल रोड पर पार्किंग की सुविधा नहीं दी गयी है। पार्किंग मॉल रोड से कुछ दूरी पर है जहा से आप पैदल भी आ सकते है।
हडिम्बा मंदिर
अगली जगह है हडिम्बा मंदिर, जो देवी हडिम्बा का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह स्थल प्राकृतिक रूप से सुंदर है और आपको शांति और स्प्रितुअलिटी का अनुभव कराता है। कहा जाता है की इस मंदिर का निर्माण राजा बहादुर सिंह ने 1553 ईस्वी में करवाया था । यह एक गुफा मंदिर है जहा पर माता हडिम्बा का स्थान है। एक अनुलेख के अनुसार माता हडिम्बा एक राक्षसनी थी, जिसने भीम से शादी की और शादी के बाद उन्हें मानवता का जीवन प्रदान हुआ। कुछ समय बाद वे देवी बनी और आज भी कुल्लू का मशहूर दशेहरा तब तक शुरू नहीं होता जब तक माता वहाँ पर पुहंच न जाये। इस मंदिर की प्राकृतिक सुंदरता देखते ही मन को बहुत ही सुकून का अनुभव प्रदान होता है।
मंदिर में आप यहाँ के प्रशिद्ध जानवर याक की सवारी या उस पर बैठ कर फोटो भी खिचवा सकते है। याक के साथ साथ आप यहाँ खरगोश और मेमने के साथ भी फोटो खिचवा सकते है। इन सबके लिए आपको कुछ रूपये देने पड़ सकते है। साथ ही आप यहाँ पर आभूषणों, वूलेन सामान की खरीददारी भी कर सकते है।
सजला फॉल
सजला फॉल भी मनाली के लिए एक अन्य प्राकृतिक आकर्षण है। यह एक लगभग 20 फ़ीट ऊंचा झरना है जो वास्तव में कुल्लू शहर और मनाली शहर के बीचो बीच नग्गर मार्ग पर आता है। यहाँ पर बैठ कर आप इसकी खूबसूरती का आनंद उठा सकते है।
सोलांग वैली
सोलांग वैली एक अन्य महत्वपूर्ण जगह है, जो मनाली शहर से 13 km की दूरी पर है। यह स्थान साहसिक खेल की सुविधाएं प्रदान करता है। इस स्थान पर आप स्कीइंग, स्नो बोर्डिंग और बर्फीली दुनिया में रिपिंग, ज़िप लाइन, पैराग्लाइडिंग, बाइकिंग आदि का आनंद उठा सकते हैं। इस स्थान पर आप पूरा दिन व्यतीत कर सकते है और भरपूर आनंद ले सकते है।
अंजनी महादेव
अंजनी महादेव माता अंजनी और भगवान् शिव का स्थल है। इस जगह को अमरनाथ का छोटा स्वरूप माना जाता है। कहा जाता है यहाँ पर माता अंजनी ने महादेव की तपस्या कर हनुमान का वरदान पाया था। यहाँ आपको शिवलिंग के अलौकिक दर्शन होंगे जिसके ऊपर प्राकृतिक रूप से पानी का झरना गिरता है जो शिवलिंग का अभिषेक करता है। सर्दियों में यहाँ पर लगभग 30 -40 फ़ीट ऊँचा बर्फीला शिवलिंग बन जाता है जिसके दर्शन लोग बहुत ही आस्था के साथ करते है। यह मंदिर सोलंग वैली से 3 Km दूर है जहा आप पैदल, घोड़ो या बाइक से भी जा सकते है।
शिवलिंग तक पहुंचे के लिए आपको सौ से एक सौ पचास चढ़नी है जहा से आप शिव जी पर गिरते सुन्दर झरने के साथ उनके दर्शन कर पाएंगे।
रोहतांग पास
रोहतांग पास बर्फ से ढका हुआ हिमालय रेंज है जो की कुल्लू घाटी और लाहौल स्पीति के बीच 3,980 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। रोहतांग मनाली से 51 Km की दूरी पर है जहा पर पूरा साल बर्फ देखने को मिलती है। सर्दियों में यह पास बंद कर दिया जाता है। यहाँ तक पहुंचने में आपको 2 घंटे का समय लग सकता है। रास्ते में आपको बहुत ही सुन्दर नज़ारे भी देखने को मिलते है जिन्हे आप अपने मन में उतार कभी भी नहीं भूल पाते है। रोहतांग पास पहुंच कर आप बहुत सरे खेलो का आनंद ले सकते है और एक पूरा दिन वह पर बिता सकते है। रोहतांग पास जाने के लिए आपको गुलाबा चेक पॉइंट से परमिट भी लेना होगा।
मढ़ी और गुलाबा
मढ़ी और गुलाबा रोहतांग पास के बीच पड़ने वाले दो मैंन स्पॉट्स है जहा पर आप पैराग्लाइडिंग कर सकते है। इसकी दूरी भी मनाली से एक घंटे की है।
वशिष्ट मंदिर
वशिष्ट मंदिर मनाली शहर से 5 kms की दूरी पर है और यह मंदिर भी मनाली के बाकी मंदिरो की तरह ही बहुत खूबसूरत है। यह मंदिर पे देवदार की लकड़ी से बनाया गया है और इसपर बनी कलाकृतिया अत्यंत लुभावनी है। यह मंदिर भगवान वशिष्ट, शिव जी और राम जी को समर्पित है। इस मंदिर में गर्म पानी का चश्मा भी है। लोगो का कहना है की इस चश्मे का पानी बहुत ही लाभदायक है क्यूँकि यह हमारी त्वचा की कई बिमारिओ को ठीक करता है।
वशिष्ठ मंदिर के पास ही मनाली कई तरह के रेस्टॉरेंट, कैफे और बार हैं जो अपने पर्यटकों की हर जरुर का ख्याल रखता है। पर्यटक मनाली में यहां के लोकप्रिय तिब्बती राजवंशों के साथ इटैलियन, चीनी, कोरियाई, कोंटिनेंटल, थाई, भारतीय, जापानी, वियतनामी भोजन का स्वाद ले सकते हैं। यहां के कैफे युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं और दिन भर पिज्जा, मोमोज, फ्रूट्स शेक्स, और एप्पल पाई जैसे स्वादिष्ट फास्ट फूड परोसते हैं। इसके अलावा आप स्ट्रीट फूड में समोसे, आलू टिक्की, ब्रेड पकोड़े, पाव भाजी, गुलाब जामुन का स्वाद चख सकते हैं। इसके अलावा यहाँ पे लोकल हिमाचल की मशहूर कुल्लुवी धाम भी काफी मशहूर है।
स्वर्णिम वाटिका
यह वाटिका, मतलब की एक ग्रीन पार्क, ये एक एक बहुत ही खूबसूरत जगह है जो की वन विभाग द्वारा बनाया गया है। यह पार्क मनाली शहर से 18 -20 kms पर है जो की रोहतांग जाने वाले रास्ते पर पड़ता है। यहाँ आपको अलग अलग तरह क फूलों से सजा बाग़ देखने को मिलेगा और यहाँ एक झील भी है जो इस जगह की सुंदरता को और भी बढ़ा देती है। यह पार्क गुलाबा से कुछ किलोमीटर पहले ही आती है। यही नीचे जाकर आपको, व्यास नदी ही मिल जाएगी जो की रोहतांग पास से आती है।
इस पार्क में प्रवेश के लिए मात्र दस रूपए की टिकट लगती है। आप चाहे तो जितना समय चाहे यहाँ व्यतीत कर सकते है। यह जगह आपको प्रकृति के और भी पास ले जाती है जहा आप पक्षिओ की आवाज़े ऊँचे पेड़ो के बीच सुकून से कुछ समय बैठ सकते है। बच्चो से ले कर बढ़ो तक सभी इस जगह पर काफी एन्जॉय कर सकते है। अगर आपके पास टाइम है तो पूरा दिन परिवार क साथ पिकनिक एन्जॉय कर सकते हैं,
मनाली कैसे पहुंचे
मनाली आने क लिए आप किसी भी मार्ग का उपयोग कर सकते है। मनाली सड़क मार्ग, हवाई मार्ग और रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है। सड़क मार्ग से आने क लिए NH3 का रास्ता सबसे सरल और सुन्दर नज़ारो से भरा हुआ है। चंडीगढ़ से मनाली की दूरी 307 KMS की है जो की सात से आठ घंटो में तय की जा सकती है। अगर आप मनाली हवाई मार्ग से आना चाहते है तो मनाली का सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा भुंतर में है जो मनाली शहर से 45 KMS की दूरी पर है। भुंतर से मनाली आप टैक्सी या बस से भी जा सकते है। रेल मार्ग से आने क लिए आपको पठानकोट से जोगिन्दर नगर की रेल यात्रा कर यहाँ पहुंच कर टैक्सी या बस कर मनाली तक जाना होगा, जोगिन्दर नगर से मनाली का सफर कुछ चार घंटो का है। आप बस या टैक्सी ले कर यह सफर तय कर सकेंगे।