Nadaaniyan Review – Gen Z के रोमांस की नादानियां, इब्राहिम फिट, लेकिन खुशी कपूर का अभिनय कमजोर है
बॉलीवुड में एक बार फिर नई स्टारकास्ट के साथ एक फ्रेश रोमांटिक ड्रामा ‘नादानियां’ (Nadaaniyan) रिलीज हो चुकी है। यह फिल्म खासकर Gen Z के रिलेशनशिप, कंफ्यूजन और प्यार में की गई नादानियों को दिखाने का प्रयास करती है। इस फिल्म में सैफ अली खान के बेटे इब्राहिम अली खान (Ibrahim Ali Khan) और श्रीदेवी की छोटी बेटी खुशी कपूर (Khushi Kapoor) लीड रोल में नजर आ रहे हैं। हालांकि, जहां इब्राहिम अपने ऑनस्क्रीन डेब्यू में फिट और कॉन्फिडेंट दिखे, वहीं खुशी की परफॉर्मेंस कुछ खास असर नहीं छोड़ पाई।
कहानी: मॉडर्न लव स्टोरी में उलझनें और नादानियां
फिल्म की कहानी तीन दोस्तों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो प्यार, दोस्ती और करियर के बीच उलझे हुए हैं। इब्राहिम अली खान एक कैज़ुअल लवर बने हैं, जिन्हें रिलेशनशिप में सीरियस होने से डर लगता है, जबकि खुशी कपूर एक इमोशनल गर्ल हैं, जो अपने रिश्ते को लेकर ज्यादा सोचती हैं। फिल्म में डेटिंग ऐप्स, ब्रेकअप्स, लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप और सोशल मीडिया की भूमिका को खूबसूरती से दिखाया गया है।
फिल्म की कहानी हल्की-फुल्की और कंविंसिंग लगती है, लेकिन कई जगहों पर यह खिंची हुई भी महसूस होती है।

परफॉर्मेंस: इब्राहिम ने किया इंप्रेस, खुशी की एक्टिंग में नहीं दिखी गहराई
इब्राहिम अली खान ने अपने पहले ही फिल्म में एक नेचुरल और कैज़ुअल रोमांटिक हीरो की झलक दी है। उनकी स्क्रीन प्रेजेंस मजबूत है, डायलॉग डिलीवरी भी प्रभावशाली लगती है। कई इमोशनल और रोमांटिक सीन में वह अपने किरदार में सहज दिखे।
खुशी कपूर की बात करें तो उनका किरदार ज्यादा इंटेंस और इमोशनल था, लेकिन वह अपने एक्सप्रेशन्स में थोड़ी कमजोर लगती हैं। उनके कुछ सीन बेहद अच्छे हैं, लेकिन कई जगहों पर वह कैमरे के सामने असहज लगती हैं।
सपोर्टिंग कास्ट की परफॉर्मेंस अच्छी रही। फिल्म के दोस्तों की गैंग और उनकी मस्ती असली लगती है, जिससे कहानी में जान आती है।
डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले
निर्देशक ने मॉडर्न रोमांस को रियलिस्टिक टच देने की कोशिश की है।
फिल्म के डायलॉग्स ट्रेंडी और युवाओं को कनेक्ट करने वाले हैं।
स्क्रीनप्ले में कुछ जगह खामियां हैं, जिससे फिल्म का सेकंड हाफ थोड़ा स्लो लगता है।
संगीत और सिनेमेटोग्राफी
फिल्म का म्यूजिक एवरिज है, कुछ गाने अच्छे हैं लेकिन उनमें उतनी पकड़ नहीं है कि वे लंबे समय तक याद रहें।
सिनेमेटोग्राफी अच्छी है, खासकर मॉडर्न शहरों के लोकेशन और डेटिंग लाइफ को खूबसूरती से शूट किया गया है।
क्या देखें या छोड़ें?
अगर आप मॉडर्न डेटिंग और रिलेशनशिप पर बनी हल्की-फुल्की फिल्में पसंद करते हैं, तो यह आपको एंटरटेन कर सकती है।
इब्राहिम अली खान का डेब्यू देखना चाहते हैं, तो एक बार जरूर देख सकते हैं।
खुशी कपूर की एक्टिंग अगर आप श्रीदेवी के लेवल पर उम्मीद कर रहे हैं, तो शायद आपको निराशा हो।
रेटिंग: ⭐⭐⭐ (3/5)
👉 प्लॉट: ⭐⭐⭐
👉 परफॉर्मेंस: ⭐⭐⭐⭐
👉 म्यूजिक: ⭐⭐
👉 डायरेक्शन: ⭐⭐⭐
निष्कर्ष
‘नादानियां’ एक हल्की-फुल्की फिल्म है, जिसे आप दोस्तों के साथ मजे के लिए देख सकते हैं। इब्राहिम ने अपने डेब्यू में अच्छा इम्प्रेशन छोड़ा है, लेकिन खुशी कपूर को अभी और मेहनत करनी होगी।
क्या आपने ‘नादानियां’ देखी? हमें बताएं कि आपको कैसी लगी!

