First Sawan Somwar 2025: सावन के पहले सोमवार पर करें इस विधि से पूजा, जानें शुभ मुहूर्त और मंत्र
सावन मास हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक महत्व रखता है, विशेषकर भगवान शिव के भक्तों के लिए। इस वर्ष First Sawan Somwar 2025 को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह है। शिवभक्त इस दिन व्रत रखते हैं, जलाभिषेक करते हैं और विशेष पूजा विधि के अनुसार भोलेनाथ का पूजन करते हैं।
इस वर्ष पहला सावन सोमवार 7 जुलाई 2025 को मनाया जाएगा, और इसे लेकर देशभर के मंदिरों में तैयारियाँ जोरों पर हैं।
सावन सोमवार का महत्व
सावन का महीना विशेष रूप से भगवान शिव को समर्पित होता है। धार्मिक मान्यता है कि इस महीने में शिव पूजा करने से व्यक्ति के पाप कटते हैं और जीवन में सुख-शांति का आगमन होता है।
सावन के पहले सोमवार को व्रत रखकर विधिपूर्वक पूजन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है, और शिवजी शीघ्र प्रसन्न होते हैं।

शुभ मुहूर्त – First Sawan Somwar 2025
दिनांक: सोमवार, 14 जुलाई 2025
पूजा का मुहूर्त: सुबह 5:40 से दोपहर 12:15 तक (स्थानीय पंचांग अनुसार)
व्रत खोलने का समय: शाम को सूर्यास्त के बाद या रात्रि में शिव आरती के पश्चात
नोट: पूजा का समय स्थान और पंचांग के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है। स्थानीय मंदिर या पंडित से पुष्टि अवश्य करें।
पूजा विधि (Sawan Somwar Puja Vidhi)
प्रातः काल स्नान करके शुद्ध वस्त्र पहनें।
शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, शहद, शक्कर, और बेलपत्र से अभिषेक करें।
सफेद फूल, धतूरा, आक, भांग आदि चढ़ाएं।
धूप, दीप, नैवेद्य अर्पित करें।
शिव मंत्रों का जाप करें और रुद्राष्टक या शिव चालीसा का पाठ करें।
सोमवार व्रत की कथा पढ़ें या सुनें।
दिनभर फलाहार करें और शाम को शिव आरती के बाद व्रत खोलें।
पूजन में बोले जाने वाले मंत्र
पूजन के समय निम्न मंत्रों का उच्चारण करना विशेष फलदायी होता है:
- ॐ नमः शिवाय
- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥ - ॐ शिवाय नमः
- ॐ महादेवाय नमः
इन मंत्रों का जाप कम से कम 108 बार अवश्य करें।
व्रत के नियम
केवल फलाहार करें या एक समय भोजन करें।
प्याज, लहसुन, अन्न व मांसाहार से परहेज़ करें।
सच्चे मन से शिव का ध्यान करें और जल से अभिषेक करें।
ब्रह्मचर्य का पालन करें और वाणी पर संयम रखें।
देशभर में दिख रहा आस्था का उत्साह
सावन के पहले सोमवार को लेकर काशी, उज्जैन, हरिद्वार, वाराणसी, और देहरादून जैसे पवित्र शहरों में श्रद्धालु भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। कांवड़ यात्रा भी इस समय जोरों पर है, जिसमें भक्त शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाने के लिए लंबी दूरी तय करते हैं।
निष्कर्ष
First Sawan Somwar 2025 का दिन भक्तों के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर होता है। सही विधि, सच्चे मन और श्रद्धा से की गई पूजा न केवल भगवान शिव का आशीर्वाद दिलाती है, बल्कि जीवन में शांति, सफलता और सुख की प्राप्ति भी होती है।
इस बार सावन में पहला सोमवार आपके जीवन में नई सकारात्मकता और ऊर्जा लेकर आए, यही शुभकामनाएँ।